प्रेस विज्ञप्ति:-आईसीएसएसआर-द्वारा-अल्पकालिक-अनुभवजन्य-अनुसंधान-2023-24-के-लिए-विशेष-प्रस्‍तावों-के-परिणामों-की-घोषणा

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27 जुलाई 2023

सामाजिक विज्ञान अनुसंधान की प्रगति भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएसएसआर) का एक सर्वोपरि उद्देश्य है। इस उद्देश्य को पूरा करने के लिए परिषद, सामाजिक विज्ञान में अनुसंधान के लिए भारतीय विद्वानों को अनुसंधान अनुदान प्रदान करती है।

12 जून 2023 को, आईसीएसएसआर ने सरकार की योजनाओं और नीतिगत पहलों पर 6 महीने की अवधि की अल्पकालिक परियोजनाओं के लिए भारतीय विद्वानों/ शोधकर्ताओं/ शिक्षाविदों से प्रस्ताव आमंत्रित किए थे। कुल मिलाकर सरकार की इकतीस योजनाओं/ नीतिगत पहलों को शोधकर्ताओं के द्वारा प्रभाव मूल्‍यांकन हेतु चुना गया था।

आईसीएसएसआर को 2 श्रेणियों - सहयोगात्मक अध्ययन और व्यक्तिगत अध्ययन में कुल मिलाकर 3801 परियोजना प्रस्ताव प्राप्त हुए। ये प्रस्ताव देश भर के शिक्षाविदों/ शोधकर्ताओं द्वारा प्रस्तुत किए गए थे।

मूल्‍यांकन की प्रक्रिया दो चरणों में पूर्ण की गयी। पहले विषय विशेषज्ञों द्वारा सभी परियोजना प्रस्तावों का मूल्यांकन किया गया और उसके पश्‍चात चयनित उम्मीदवारों से विस्‍तृत साक्षात्‍कार के बाद, आईसीएसएसआर ने अनुसंधान हेतु 514 प्रस्तावों को मंजूरी दी है। इनमें से 289 प्रस्ताव सहयोगात्मक अध्ययन के लिए और 225 व्यक्तिगत अध्ययन के लिए हैं।

आईसीएसएसआर को यह जानकारी देते हुए हर्ष हो रहा है कि स्‍वीकृत प्रस्‍तावों में लगभग 40% महिला विदुषी/ शोधकर्ता हैं। स्‍वीकृत प्रस्‍ताव वाले शोधकर्ता सभी 28 राज्यों और अधिकांश केंद्र शासित प्रदेशों का प्रतिनिधित्व करते हैं।

ये अनुभवजन्य अध्ययन उन शोधकर्ताओं द्वारा आयोजित किए जाएंगे जो पूरे देश में स्थित विभिन्न विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों और अनुसंधान संस्थानों में काम कर रहे हैं।

विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत संबंधित शोधकर्ताओं से अंतिम रिपोर्ट प्राप्त करने के बाद, आईसीएसएसआर द्वारा भारत में विशिष्ट योजनाओं/ नीतिगत पहलों की वास्‍तविक पहुंच और उनके सामाजिक-आर्थिक प्रभावों पर एक व्यापक रिपोर्ट तैयार की जाएगी।