भा.सा.वि.अ.प. का अंतर्राष्ट्रीय सहयोग कार्यक्रम सामाजिक विज्ञान के क्षेत्र में भारतीय और विदेशी विद्वानों को संवाद और शोध करने का अवसर प्रदान करता है। इसका उद्देश्य भारत और विदेशों में सामाजिक वैज्ञानिकों के बीच अकादमिक संबंधों को बढ़ावा देना है। परिषद, भारत सरकार और अन्य देशों की सरकारों के बीच हस्ताक्षरित सांस्कृतिक विनिमय करार (सीईपी) और शैक्षिक विनिमय कार्यक्रमों (ईईपी) के सामाजिक विज्ञान घटक की कार्यान्वयन एजेंसियों में से एक है।
विदेश में अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार में सहभागिता
इस कार्यक्रम का उद्देश्य आमंत्रित किए गए सामाजिक विज्ञान विद्वानों को मुख्य अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठियों/सम्मेलनों में महत्वपूर्ण योगदान देने में सहायता प्रदान करना है।
विदेश में आंकड़ा संग्रहण के लिए वित्तीय सहायता
विदेश आंकड़ा संग्रहण योजना के अंतर्गत, भा.सा.वि.अ.प. उन भारतीय सामाजिक विज्ञान के विद्वानों को वित्तीय सहायता प्रदान करता है जो अपने शोध कार्य के संबंध में आंकड़ा संग्रहण अथवा अभिलेखीय सामग्री के संदर्भ के लिए विदेश जाना चाहते हैं।
संयुक्त अनुसंधान परियोजनाओं के लिए भारत-जर्मनी वित्तपोषण का अवसर
भा.सा.वि.अ.प. और जर्मन रिसर्च फाउंडेशन (डी.एफ.जी. – ड्यूश फ़ोर्सचुंग्सगेमिनशाफ्ट), जर्मनी के बीच हस्ताक्षरित समझौता ज्ञापन के अनुसरण में, दोनों एजेंसियां सामाजिक विज्ञान और मानविकी के क्षेत्र में संयुक्त भारत-जर्मन शैक्षणिक अनुसंधान परियोजनाओं हेतु प्रस्ताव आमंत्रित करती हैं। सहयोग का अवसर पूरे वर्ष बिना किसी समय-सीमा के खुला रहेगा।